Table Of Content
- 1 IBPS PO General Awareness का महत्व
- 2 IBPS PO Exam Pattern में General Awareness
- 3 General Awareness में क्या-क्या आता है?
- 4 Banking Awareness क्या है?
- 5 Banking Awareness Syllabus (डिटेल में)
- 6 Current Affairs का हिस्सा (Banking के साथ लिंक)
- 7 Static Banking Awareness
- 8 (b) RBI और अन्य वित्तीय संस्थाओं के प्रमुख
- 9 (c) राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय Financial Organizations
- 10 (d) Payment Systems और लॉन्च वर्ष
- 11 Banking Awareness की तैयारी कैसे करें?
- 12 Previous Year Papers और Mock Tests
- 13 टाइम मैनेजमेंट और Study Plan
- 14 तैयारी के दौरान आम गलतियाँ
- 14.1 (a) Static Banking को नज़रअंदाज़ करना
- 14.2 (b) सिर्फ़ Current Affairs पढ़ना और रिवीजन न करना
- 14.3 (c) Mock Tests न देना
- 14.4 (d) Notes न बनाना
- 14.5 (e) Guess Work पर भरोसा करना
- 14.6 (a) Daily छोटे-छोटे Targets बनाना
- 14.7 (b) Current Affairs को Banking Awareness से जोड़ना
- 14.8 (c) Revision को प्राथमिकता देना
- 14.9 (d) Concept Clarity को Rote Learning से ऊपर रखना
- 15 निष्कर्ष
IBPS PO General Awareness का महत्व
IBPS PO परीक्षा भारत की सबसे लोकप्रिय बैंकिंग परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन चयन केवल उन्हीं का होता है जो सभी सेक्शन में संतुलित तैयारी करते हैं। इस परीक्षा में General Awareness सेक्शन खास भूमिका निभाता है क्योंकि यह उम्मीदवार की नॉलेज, करंट अपडेट और बैंकिंग सेक्टर की समझ को परखता है।
अगर कोई स्टूडेंट इस हिस्से की तैयारी सही तरीके से करता है तो यह उसका “स्कोर बूस्टर” बन जाता है।
General Awareness का सबसे महत्वपूर्ण भाग है – Banking Awareness। IBPS PO की परीक्षा एक बैंकिंग जॉब के लिए होती है, इसलिए स्वाभाविक है कि उम्मीदवार की बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी जानकारी को टेस्ट किया जाए। यहीं से यह सेक्शन दूसरों से अलग और ज़्यादा स्कोरिंग बन जाता है।
अब आइए इसके तीन मुख्य पहलुओं को समझते हैं:
(a) IBPS PO परीक्षा में General Awareness सेक्शन का महत्व
General Awareness सेक्शन को अक्सर छात्र हल्के में ले लेते हैं, लेकिन यही वह हिस्सा है जो कम मेहनत में ज़्यादा अंक दिला सकता है। इसमें गणना या लंबा रिजनिंग करने की ज़रूरत नहीं होती। अगर आपने जानकारी सही पढ़ी है तो आप 1 मिनट से भी कम समय में एक प्रश्न हल कर सकते हैं। यही वजह है कि कई बार जिन छात्रों के Quant या Reasoning में थोड़े कम अंक आते हैं, वे General Awareness से अपनी कमी पूरी कर लेते हैं।
(b) Banking Awareness क्यों सबसे ज़्यादा स्कोरिंग हिस्सा है
General Awareness का लगभग आधा हिस्सा Banking Awareness से जुड़ा होता है। इसमें बैंकिंग टर्म्स, RBI की नीतियाँ, डिजिटल पेमेंट सिस्टम और सरकारी योजनाओं पर सवाल पूछे जाते हैं। अच्छी बात यह है कि यह सब जानकारी स्थायी (Static) और हाल की घटनाओं (Current) दोनों का मिश्रण है। अगर कोई स्टूडेंट इन टॉपिक्स को रोज़ाना 30–40 मिनट देकर पढ़ता है तो वह आसानी से 70–80% प्रश्न सही कर सकता है। यही वजह है कि Banking Awareness को सबसे स्कोरिंग हिस्सा कहा जाता है।
(c) इस सेक्शन की सही तैयारी से चयन पर पड़ने वाला प्रभाव
IBPS PO में Competition बहुत ज्यादा है। हर एक अंक महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में अगर आप General Awareness, खासकर Banking Awareness, की तैयारी मज़बूत कर लेते हैं तो यह आपके फाइनल सिलेक्शन का रास्ता आसान बना सकता है। कई बार स्टूडेंट्स का इंटरव्यू अच्छा होता है, लेकिन लिखित परीक्षा में कटऑफ से 1–2 अंक कम रह जाते हैं। इसलिए इस सेक्शन को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। सही स्ट्रेटेजी से पढ़ाई करने पर यह सेक्शन आपको कटऑफ से ऊपर पहुंचाने वाला “डिसाइडिंग फैक्टर” बन जाता है।
IBPS PO Exam Pattern में General Awareness
IBPS PO परीक्षा का स्ट्रक्चर ऐसा बनाया गया है कि वह उम्मीदवार की हर तरह की क्षमता को परखे – चाहे वह लॉजिकल रीजनिंग हो, गणितीय योग्यता हो, अंग्रेजी भाषा हो या फिर सामान्य ज्ञान। इसमें से General Awareness सेक्शन विशेष रूप से IBPS PO Mains परीक्षा का हिस्सा होता है। Prelims में यह सेक्शन नहीं पूछा जाता, लेकिन Mains में इसका बहुत बड़ा महत्व है।
अब आइए इसके चार पहलुओं को विस्तार से देखें:
(a) Prelims vs Mains: कहाँ-कहाँ GA पूछा जाता है
IBPS PO की Prelims परीक्षा केवल तीन सेक्शन पर आधारित होती है – English, Quantitative Aptitude और Reasoning Ability। इसमें General Awareness शामिल नहीं होता। लेकिन जैसे ही आप Mains परीक्षा में पहुँचते हैं, वहाँ General/Economy/Banking Awareness एक अलग सेक्शन के रूप में आता है। इसका मतलब है कि इस सेक्शन को केवल Mains स्तर पर ध्यान देना है।
इसलिए, जो छात्र Prelims की तैयारी करते समय इस हिस्से को नज़रअंदाज़ करते हैं, उन्हें Mains से कुछ महीने पहले से ही Banking Awareness और Current Affairs पर जोर देना चाहिए।
(b) Mains में General Awareness सेक्शन की डिटेल
Mains परीक्षा में General/Economy/Banking Awareness सेक्शन से 40 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनके कुल अंक 40 होते हैं।
इस सेक्शन के लिए 35 मिनट का अलग समय दिया जाता है।
यानी, हर प्रश्न पर औसतन 40–50 सेकंड का समय मिलता है, जो पर्याप्त है क्योंकि इसमें लॉजिकल सॉल्विंग नहीं, बल्कि जानकारी पर आधारित उत्तर देना होता है।
यही वजह है कि कई छात्र इस सेक्शन को अपना “टाइम-सेवर” मानते हैं।
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(c) Negative Marking और Accuracy की अहमियत
IBPS PO परीक्षा में Negative Marking भी होती है। हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक कट जाते हैं।
इसलिए General Awareness में सिर्फ अनुमान लगाना नुकसानदायक हो सकता है।
इस सेक्शन की खासियत यह है कि अगर आपने सही तैयारी की है तो 70–80% सवाल एक ही नजर में हल हो जाते हैं।
लेकिन अगर आपने बिना तैयारी guessing शुरू कर दी तो 40 में से 10–12 अंक आसानी से कट सकते हैं।
इसलिए Accuracy को Priority देनी चाहिए।
(d) इस सेक्शन का Selection में रोल
General Awareness, खासकर Banking Awareness, कई बार छात्रों के Selection का सबसे बड़ा आधार बन जाता है।
Quant और Reasoning जैसे सेक्शन में बहुत समय और मेहनत लगती है, लेकिन General Awareness से आप जल्दी और पक्के अंक कमा सकते हैं।
अगर किसी उम्मीदवार ने Banking Awareness को मज़बूत कर लिया, तो यह उसके Final Score को इतना बढ़ा देता है कि वह आराम से Cutoff पार कर सकता है।
कई बार टॉपर्स बताते हैं कि उनके अच्छे अंक इसी सेक्शन से आए, जिससे उन्हें Final Merit List में जगह मिली।
General Awareness में क्या-क्या आता है?
IBPS PO की Mains परीक्षा में General Awareness सेक्शन सिर्फ़ करंट न्यूज़ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बहुत ही बैलेंस्ड और स्ट्रक्चर्ड हिस्सा है। इसे इस तरह बनाया गया है कि छात्र की नॉलेज तीन अलग-अलग दिशाओं से परखी जा सके—Static GK, Current Affairs और Banking Awareness। अगर कोई छात्र इन तीनों हिस्सों को संतुलित तरीके से पढ़े, तो वह आसानी से इस सेक्शन में 30+ अंक हासिल कर सकता है।
(a) Static General Awareness (स्थायी तथ्य)
Static GK वे विषय हैं जो बार-बार नहीं बदलते। जैसे—बैंकों के मुख्यालय, उनकी स्थापना का वर्ष, प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों (IMF, World Bank) का मुख्यालय, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान, नदियाँ, राजधानी और मुद्रा जैसी जानकारियाँ।
हालाँकि IBPS PO परीक्षा Banking Awareness पर ज़्यादा केंद्रित होती है, फिर भी Static GK से 4–5 प्रश्न ज़रूर पूछे जाते हैं।
अगर आप रोज़ाना आधा घंटा Static GK के लिए निकालेंगे और नोट्स बना लेंगे, तो परीक्षा में इन सवालों पर आसानी से पकड़ बना सकते हैं।
(b) Current Affairs (6–8 महीने के)
General Awareness का सबसे बड़ा हिस्सा Current Affairs से जुड़ा होता है। इसमें पिछले 6–8 महीनों की घटनाओं को कवर किया जाता है।
मुख्य रूप से फोकस रहता है—सरकारी योजनाएँ, बजट और आर्थिक सर्वेक्षण, नई नियुक्तियाँ, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, खेलकूद की उपलब्धियाँ, विज्ञान और तकनीक से जुड़ी खबरें, और पुरस्कार।
Banking Awareness से जुड़े Current Affairs और भी अहम होते हैं, जैसे RBI की हाल की नीतियाँ, नए डिजिटल बैंकिंग इनिशिएटिव्स या बैंकों का विलय।
इस हिस्से के लिए रोज़ाना समाचार पत्र (The Hindu, Economic Times) और मासिक Current Affairs Capsule पढ़ना बहुत उपयोगी है।
(c) Banking Awareness (सबसे अहम हिस्सा)
IBPS PO General Awareness का दिल है—Banking Awareness। इसमें लगभग 15–20 प्रश्न सीधे तौर पर पूछे जाते हैं।
यहाँ छात्रों से बैंकिंग शब्दावली (CRR, SLR, Repo Rate), RBI के कार्य, Financial Institutions (NABARD, SEBI), Digital Banking (UPI, NEFT, RTGS), और सरकारी योजनाओं पर आधारित सवाल आते हैं।
इसे स्कोरिंग सेक्शन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी तैयारी ज्यादा कठिन नहीं होती, बस रोज़ाना थोड़ा-थोड़ा पढ़ना और अपडेट रहना ज़रूरी है।
जितना ज्यादा आप Banking Awareness के Concepts और Current Updates को जोड़कर समझेंगे, उतनी ही आसानी से आप प्रश्न हल कर पाएँगे।
(d) Economy & Financial Awareness
General Awareness का चौथा पहलू है Economy और Financial Awareness। इसमें Budget, Economic Survey, Monetary Policy, और सरकार की वित्तीय योजनाओं से जुड़े प्रश्न आते हैं।
यह हिस्सा Banking Awareness से काफ़ी जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे अलग से पढ़ने की बजाय Banking Updates और Current Affairs के साथ जोड़कर समझना ज्यादा बेहतर होता है।
खासकर Budget और Economic Survey में जो Banking और Financial सेक्टर से जुड़ी घोषणाएँ होती हैं, उन्हें ज़रूर पढ़ना चाहिए क्योंकि परीक्षा में उनके प्रश्न बार-बार आते हैं।
👉 संक्षेप में कहें तो General Awareness तीन स्तंभों पर खड़ा है – Static GK, Current Affairs और Banking Awareness, जिसमें Banking और Economy की समझ सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
Banking Awareness क्या है?
IBPS PO Mains में General Awareness का सबसे अहम और सबसे स्कोरिंग हिस्सा है – Banking Awareness।
इसे सरल शब्दों में समझें तो Banking Awareness का मतलब है—बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी हर वह जानकारी जो किसी भावी बैंक अधिकारी को पता होनी चाहिए।
IBPS PO परीक्षा इस बात को सुनिश्चित करना चाहती है कि जो उम्मीदवार Probationary Officer (PO) बनने जा रहा है, उसे बैंकिंग व्यवस्था की गहराई और उसकी कार्यप्रणाली का ज्ञान हो।
(a) Banking Awareness की परिभाषा
Banking Awareness में बैंकिंग का इतिहास, संरचना, नियम, नीतियाँ, बैंकिंग से जुड़े शब्द (Terminologies) और RBI व अन्य वित्तीय संस्थाओं की भूमिका शामिल होती है।
यह सिर्फ़ बैंकिंग सेक्टर के स्थायी तथ्यों (Static) तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें वर्तमान में हो रहे बदलाव (Current Updates) भी शामिल होते हैं।
जैसे, अगर RBI ने हाल ही में Repo Rate बदला है या कोई नया डिजिटल पेमेंट सिस्टम लॉन्च हुआ है, तो वह सीधे परीक्षा में पूछा जा सकता है।
(b) Current Affairs और Banking Awareness का अंतर
बहुत से छात्र सोचते हैं कि Banking Awareness और Current Affairs एक ही चीज़ है।
लेकिन सच्चाई यह है कि Current Affairs एक बहुत व्यापक क्षेत्र है जिसमें राजनीति, खेल, विज्ञान-तकनीक और अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ भी आती हैं।
वहीं, Banking Awareness विशेष रूप से बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली तक सीमित होता है।
उदाहरण के लिए:
- Current Affairs में सवाल हो सकता है – “2025 का ऑस्कर अवॉर्ड किसे मिला?”
- जबकि Banking Awareness में सवाल होगा – “2025 की RBI की पहली मौद्रिक नीति में Repo Rate कितना तय किया गया?”
यानी Banking Awareness सीधे-सीधे आपकी बैंकिंग और आर्थिक समझ को परखता है।
(c) परीक्षा में पूछे जाने वाले Banking Topics
IBPS PO General Awareness सेक्शन में Banking Awareness से जुड़े कुछ फिक्स टॉपिक्स बार-बार आते हैं। जैसे:
- RBI और उसकी नीतियाँ – CRR, SLR, Repo Rate, Reverse Repo Rate
- बैंकों के प्रकार – Public, Private, RRBs, Cooperative, Payment Banks, Small Finance Banks
- Financial Institutions – NABARD, SEBI, IRDAI, SIDBI
- Digital Banking – UPI, NEFT, RTGS, IMPS, AEPS, Mobile Banking
- Financial Schemes – PMJDY, Mudra Yojana, Stand-Up India
- Banking History और Reforms – राष्ट्रीयकरण, बैंकिंग सुधार समितियाँ
इन टॉपिक्स पर आधारित प्रश्न हमेशा परीक्षा में मिलते हैं। इसलिए Banking Awareness को मजबूत बनाना मतलब है अपने स्कोर को लगभग पक्का करना।
👉 आसान शब्दों में कहें तो Banking Awareness वह टूल है जिससे आप परीक्षा में अपनी सीट के करीब पहुँच सकते हैं। जितनी गहरी समझ इस हिस्से की होगी, उतने ही आत्मविश्वास से आप प्रश्न हल कर पाएँगे।
Banking Awareness Syllabus (डिटेल में)
IBPS PO की Mains परीक्षा में Banking Awareness का हिस्सा बहुत ही व्यवस्थित (structured) तरीके से आता है। इसका मकसद यह देखना होता है कि उम्मीदवार को बैंकिंग क्षेत्र के बुनियादी सिद्धांतों, वर्तमान बदलावों और अर्थव्यवस्था से जुड़े पहलुओं की समझ कितनी है।
इस सेक्शन का सिलेबस स्थायी (Static) और चल रहे (Current) दोनों प्रकार के टॉपिक्स को कवर करता है। आइए इसे अलग-अलग हिस्सों में समझते हैं:
(a) भारतीय बैंकिंग प्रणाली
- भारतीय बैंकिंग का इतिहास – Presidency Banks, राष्ट्रीयकरण (1969 और 1980), बैंकिंग सुधार समितियाँ
- रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) – संरचना, कार्य, मौद्रिक नीतियाँ
- बैंकों के प्रकार – Public Sector Banks, Private Banks, Cooperative Banks, Regional Rural Banks (RRBs)
- Payment Banks और Small Finance Banks की भूमिका
यह हिस्सा स्थायी ज्ञान से जुड़ा है, जो बार-बार बदलता नहीं।
(b) बैंकिंग शब्दावली और Concepts
- NPA (Non-Performing Asset)
- CRR (Cash Reserve Ratio), SLR (Statutory Liquidity Ratio)
- Repo Rate और Reverse Repo Rate
- Priority Sector Lending (PSL)
- Basel Norms और Capital Adequacy Ratio
ये टॉपिक्स अक्सर परीक्षा में 1–2 अंकों के सीधे प्रश्न के रूप में पूछे जाते हैं।
(c) Digital & Modern Banking
आज के समय में बैंकिंग सेक्टर डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ है। इसलिए इन टॉपिक्स से भी प्रश्न आते हैं:
- UPI, NEFT, RTGS, IMPS
- Mobile Banking, AEPS
- RuPay Card, BHIM App
- Cyber Security in Banking
(d) Financial Institutions
भारत और विश्व की प्रमुख वित्तीय संस्थाएँ भी सिलेबस का हिस्सा हैं:
- NABARD (कृषि और ग्रामीण विकास के लिए)
- SEBI (पूंजी बाजार का नियामक)
- IRDAI (बीमा क्षेत्र का नियामक)
- EXIM Bank, SIDBI
- अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ: IMF, World Bank, BIS
(e) सरकारी योजनाएँ और इनिशिएटिव्स
परीक्षा में अक्सर सरकार की वित्तीय योजनाओं और बैंकिंग से जुड़े इनिशिएटिव्स पर सवाल पूछे जाते हैं:
- प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY)
- मुद्रा योजना (MUDRA Yojana)
- Stand-Up India, Financial Inclusion Programs
- DBT (Direct Benefit Transfer)
(f) Current Banking Affairs
- RBI की Monetary Policy Review
- हाल के Banking Mergers और Acquisition
- नए Digital Banking इनिशिएटिव्स
- Budget और Economic Survey से जुड़ी बैंकिंग घोषणाएँ
👉 इस तरह देखा जाए तो Banking Awareness का सिलेबस Static Knowledge + Current Updates का मिश्रण है।
अगर कोई छात्र हर हिस्से को व्यवस्थित तरीके से कवर करता है, तो इस सेक्शन में 70–80% सवाल पक्के तौर पर सही हो सकते हैं।
Current Affairs का हिस्सा (Banking के साथ लिंक)
General Awareness सेक्शन में Current Affairs की भूमिका सबसे अहम है। यह केवल सामान्य घटनाओं को याद करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें अर्थव्यवस्था, बैंकिंग और सरकारी नीतियों से जुड़े अपडेट्स भी शामिल होते हैं। IBPS PO की परीक्षा यह परखना चाहती है कि आप देश और दुनिया के ताज़ा आर्थिक और बैंकिंग माहौल से कितने वाकिफ़ हैं।
(a) Budget और Economic Survey
हर साल पेश होने वाला Union Budget और Economic Survey IBPS PO Mains के लिए बहुत जरूरी है।
इसमें आने वाली घोषणाएँ – नई योजनाएँ, टैक्स सुधार, बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के लिए आवंटन – सीधे तौर पर प्रश्न बनते हैं।
उदाहरण:
- “2025 के बजट में कृषि क्षेत्र के लिए कितनी राशि आवंटित की गई?”
- “2024-25 के Economic Survey में भारत की अनुमानित GDP Growth कितनी बताई गई?”
ऐसे प्रश्न न केवल Banking Awareness से जुड़े हैं, बल्कि वे देश की आर्थिक दिशा भी बताते हैं।
(b) Government Schemes (वित्तीय क्षेत्र से जुड़ी)
परीक्षा में बार-बार सरकार की वित्तीय और सामाजिक योजनाओं पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं।
जैसे – प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY), मुद्रा योजना (MUDRA), स्टैंड-अप इंडिया, डिजिटल इंडिया इनिशिएटिव्स।
ये योजनाएँ बैंकों के ज़रिए लागू होती हैं, इसलिए Banking Awareness और Current Affairs दोनों में गिनी जाती हैं।
(c) International Summits & Reports
IBPS PO जैसी परीक्षाओं में अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़े प्रश्न भी आते हैं।
उदाहरण के लिए: IMF, World Bank, WTO या BRICS Summits से जुड़ी रिपोर्ट्स और आंकड़े।
जैसे – “World Bank की Ease of Doing Business Report में भारत की रैंक क्या रही?”
यहाँ भी बैंकिंग और अर्थव्यवस्था से जुड़े तथ्य ज्यादा प्राथमिकता रखते हैं।
(d) Awards, Appointments, Rankings
- RBI या किसी बैंक में नई नियुक्तियाँ (जैसे नए गवर्नर, CMD)
- बैंकों की Global Rankings
- किसी भारतीय बैंक को मिला अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड
ये सभी छोटे लेकिन पक्के अंक दिलाने वाले प्रश्न होते हैं।
(e) Sports, Science & Tech Updates
हालांकि इसका सीधा लिंक बैंकिंग से नहीं है, लेकिन Current Affairs में खेल (जैसे ओलंपिक, क्रिकेट विश्व कप) और विज्ञान-तकनीक की उपलब्धियाँ (जैसे Chandrayaan, ISRO Launches) भी शामिल होते हैं।
यह हिस्सा छोटे लेकिन पक्के अंक दिलाने में मदद करता है।
👉 संक्षेप में कहा जाए तो IBPS PO की तैयारी करते समय Current Affairs को Banking और Economy से जोड़कर पढ़ना सबसे समझदारी भरा कदम है।
अगर आप केवल सामान्य खबरें पढ़ेंगे तो अधूरी तैयारी होगी, लेकिन अगर आप बैंकिंग से संबंधित पहलुओं पर विशेष ध्यान देंगे, तो यही हिस्सा आपका स्कोर बूस्टर बनेगा।
Static Banking Awareness
Static Banking Awareness का मतलब है – बैंकिंग सेक्टर से जुड़े वे स्थायी तथ्य जो लंबे समय तक एक जैसे रहते हैं। यह हिस्सा छोटा होते हुए भी बहुत स्कोरिंग है, क्योंकि इसे एक बार अच्छे से पढ़ लिया तो लंबे समय तक याद रहता है। IBPS PO Mains परीक्षा में हर साल लगभग 4–5 प्रश्न सीधे इसी हिस्से से पूछे जाते हैं।
(a) बैंकों के मुख्यालय, स्थापना वर्ष और Taglines
इस हिस्से में अलग-अलग बैंकों की बुनियादी जानकारी पूछी जाती है।
उदाहरण:
- SBI – मुख्यालय मुंबई, टैगलाइन: The Banker to Every Indian
- PNB – मुख्यालय नई दिल्ली, टैगलाइन: The Name You Can Bank Upon
ऐसे प्रश्न सीधे और आसान होते हैं, लेकिन परीक्षा में पक्के अंक दिलाते हैं।
(b) RBI और अन्य वित्तीय संस्थाओं के प्रमुख
परीक्षा में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और अन्य वित्तीय संस्थाओं के वर्तमान प्रमुखों के नाम पूछे जाते हैं।
उदाहरण:
- RBI Governor
- SEBI Chairman
- NABARD और IRDAI के प्रमुख
यहाँ Static + Current का मिश्रण देखने को मिलता है, लेकिन बेसिक जानकारी Static Awareness में ही आती है।
(c) राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय Financial Organizations
इस भाग में प्रमुख संस्थाओं के मुख्यालय और स्थापना वर्ष पर आधारित प्रश्न आते हैं।
जैसे –
- IMF, World Bank, BIS, Asian Development Bank
- इनकी स्थापना कब हुई और मुख्यालय कहाँ है
(d) Payment Systems और लॉन्च वर्ष
भारत में शुरू किए गए पेमेंट सिस्टम और उनके लॉन्च वर्ष भी पूछे जाते हैं।
जैसे – NEFT, RTGS, IMPS, UPI, RuPay Card, BHIM App।
इनकी बेसिक जानकारी एक बार याद कर लेने पर लंबे समय तक वैसी ही रहती है।
👉 निष्कर्ष: Static Banking Awareness छोटा हिस्सा है, लेकिन 4–5 प्रश्न आसानी से इसी से मिल जाते हैं।
अगर कोई छात्र रोज़ाना 15–20 मिनट भी इसके Notes या Flashcards बनाकर रिवीजन करे तो ये “फ्री मार्क्स” साबित होंगे।
Banking Awareness की तैयारी कैसे करें?
Banking Awareness की तैयारी स्मार्ट स्ट्रेटेजी के साथ करनी चाहिए। यह हिस्सा Static Knowledge और Current Updates दोनों का मिश्रण है, इसलिए इसे याद करने के साथ-साथ नियमित अपडेट रहना भी ज़रूरी है। सही स्टडी मटेरियल, अख़बार और ऑनलाइन संसाधनों का संतुलित उपयोग करके कोई भी छात्र इस सेक्शन को आसानी से स्कोरिंग बना सकता है।
(a) Books और Study Material
कुछ मान्य किताबें हैं जो Banking Awareness की तैयारी के लिए उपयोगी साबित होती हैं:
- Lucent GK (Banking Section) – बुनियादी बैंकिंग टॉपिक्स के लिए
- Arihant Banking Awareness – परीक्षा पैटर्न के हिसाब से प्रश्नों के लिए
- Monthly Banking Capsules (PDFs) – जो ताज़ा अपडेट्स को कवर करते हैं
इन किताबों को बार-बार पढ़ने के बजाय महत्वपूर्ण हिस्सों पर हाईलाइट करके नोट्स बनाना चाहिए।
(b) Newspapers और Magazines
Banking Awareness को मजबूत करने के लिए अखबार पढ़ना बहुत ज़रूरी है।
- The Hindu और Economic Times – RBI की नीतियाँ, बैंकिंग सुधार और अर्थव्यवस्था की खबरों के लिए
- Business Standard – वित्तीय अपडेट्स के लिए
- Pratiyogita Darpan (Banking Edition) – प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से
हर दिन कम से कम 15–20 मिनट इन अखबारों पर देना चाहिए।
(c) Online Resources और Apps
आजकल कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स Banking Awareness को आसान बनाते हैं:
- RBI और SEBI की Official Websites – प्रामाणिक जानकारी के लिए
- AffairsCloud, Adda247, Gradeup – Banking Capsules और Quizzes के लिए
- YouTube Channels – जहाँ Banking Awareness पर शॉर्ट लेक्चर और MCQs मिलते हैं
इनका फायदा यह है कि आपको अपडेटेड कंटेंट तुरंत मिल जाता है।
(d) Notes और Revision Strategy
- छोटे-छोटे Notes बनाकर रखें ताकि Last Minute Revision आसान हो।
- Flashcards और Mind Maps का उपयोग करें, जैसे – RBI Functions, Monetary Policy Tools को एक चार्ट में लिखना।
- हर हफ्ते एक बार पूरा रिवीजन ज़रूर करें ताकि जानकारी दिमाग में ताज़ा बनी रहे।
👉 निष्कर्ष: Banking Awareness की तैयारी का फॉर्मूला है – Standard Books + Newspapers + Online Resources + Regular Revision।
अगर छात्र रोज़ाना 30–40 मिनट इस हिस्से को दें और Notes बनाकर बार-बार रिवीजन करें, तो यह सेक्शन उनके लिए सबसे स्कोरिंग बन जाएगा।
Previous Year Papers और Mock Tests
IBPS PO जैसे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में सिर्फ़ किताबें पढ़ना ही काफी नहीं होता। असली प्रैक्टिस तभी होती है जब छात्र खुद को परीक्षा जैसी स्थिति में परखते हैं। इसके लिए Previous Year Papers (PYQs) और Mock Tests सबसे प्रभावी साधन हैं। यह न केवल आपके ज्ञान को टेस्ट करते हैं बल्कि टाइम मैनेजमेंट और Accuracy को भी मजबूत बनाते हैं।
(a) Previous Year Papers का महत्व
पिछले सालों के प्रश्नपत्र यह दिखाते हैं कि परीक्षा में किस तरह के Banking Awareness सवाल बार-बार पूछे जाते हैं।
- आपको यह समझ आता है कि किस टॉपिक से कितने प्रश्न आते हैं।
- बार-बार दोहराए जाने वाले विषय (जैसे RBI Policies, Banking Terms, Financial Schemes) की पहचान हो जाती है।
- इससे आप अपनी तैयारी का फोकस सही दिशा में रख पाते हैं।
उदाहरण: अगर पिछले 3 सालों में हर बार Repo Rate या RBI की Monetary Policy से प्रश्न आया है, तो यह क्लियर है कि यह टॉपिक “Most Important” है।
(b) Mock Tests देकर Self-evaluation
Mock Test वास्तविक परीक्षा जैसा अनुभव देते हैं।
- इसमें आपको वही समय सीमा और पैटर्न मिलता है।
- आप देख पाते हैं कि किस टॉपिक पर आपकी पकड़ मज़बूत है और कहाँ पर गलती हो रही है।
- बार-बार प्रैक्टिस से स्पीड और Accuracy दोनों बढ़ते हैं।
Mock Test के बाद अपनी Performance का Analysis करना सबसे जरूरी है। सिर्फ टेस्ट देना काफी नहीं, बल्कि गलतियों से सीखना और उन्हें सुधारना ही असली तैयारी है।
(c) Weak Areas की पहचान और सुधार
Previous Year Papers और Mock Tests के जरिए आप अपने कमजोर हिस्सों (Weak Areas) की पहचान कर सकते हैं।
- अगर किसी को Current Affairs में दिक़्क़त है तो वह अख़बार और Capsules पर ज्यादा समय दे सकता है।
- अगर Static Banking बार-बार गलत हो रहा है तो Flashcards बनाकर रोज़ाना रिवीजन कर सकता है।
- इस तरह टार्गेटेड तैयारी करना आसान हो जाता है।
👉 निष्कर्ष: Previous Year Papers और Mock Tests को तैयारी का अभिन्न हिस्सा मानना चाहिए। ये दोनों मिलकर आपकी तैयारी + टाइम मैनेजमेंट + Accuracy तीनों को मजबूत करते हैं।
अगर कोई छात्र हफ्ते में कम से कम 2 Mock Tests दे और उनके Analysis पर काम करे, तो वह परीक्षा से पहले ही अपने स्कोर में बड़ा सुधार देख सकता है।
टाइम मैनेजमेंट और Study Plan
Banking Awareness की तैयारी में सबसे बड़ी चुनौती है – ढेर सारी जानकारी को सही समय पर पढ़ना और बार-बार दोहराना। अगर तैयारी बिना प्लान के की जाए तो बहुत-सी चीज़ें छूट जाती हैं। इसलिए एक ठोस टाइम मैनेजमेंट और स्टडी प्लान बनाना ज़रूरी है।
(a) रोज़ाना का समय निर्धारण
Banking Awareness के लिए रोज़ाना कम से कम 30–40 मिनट तय करें।
- सुबह या शाम का वह समय चुनें जब आपका दिमाग़ सबसे ज़्यादा सक्रिय होता है।
- रोज़ाना 3 हिस्सों में पढ़ाई बाँटें – Static Banking, Current Affairs और Revision।
- हर दिन थोड़ा-थोड़ा पढ़ने से जानकारी लंबे समय तक याद रहती है।
(b) Current Affairs + Static Awareness का बैलेंस
अक्सर छात्र सिर्फ़ Current Affairs पढ़ने में लग जाते हैं और Static Banking Awareness को भूल जाते हैं।
सही तरीका यह है कि दोनों को साथ-साथ पढ़ें।
- सोमवार से शुक्रवार तक Current Affairs + Banking Updates पढ़ें।
- वीकेंड पर Static Awareness और Notes का Revision करें।
इससे दोनों हिस्से संतुलित रहेंगे।
(c) 3-स्टेप स्ट्रेटेजी: Learn → Revise → Practice
- Learn (सीखना): नए टॉपिक्स पढ़ें, जैसे RBI Policies, Banking Terms।
- Revise (दोहराना): हफ्ते में 2 दिन केवल पुराने Notes और Flashcards पर ध्यान दें।
- Practice (अभ्यास): Mock Tests और Quizzes से अपने ज्ञान की परीक्षा लें।
यह 3-स्टेप स्ट्रेटेजी तैयारी को व्यवस्थित और असरदार बनाती है।
(d) परीक्षा से पहले Last-Minute Strategy
- परीक्षा से 1–2 महीने पहले केवल Last 6 Months Current Affairs और Banking Capsules पर फोकस करें।
- Static GK और Taglines का Quick Revision करें।
- रोज़ाना छोटे-छोटे Quizzes देकर Memory Fresh रखें।
👉 निष्कर्ष: टाइम मैनेजमेंट और Study Plan आपकी तैयारी को सही दिशा देते हैं।
अगर आप रोज़ाना 30–40 मिनट नियमित रूप से Banking Awareness को दें और 3-स्टेप स्ट्रेटेजी अपनाएँ, तो परीक्षा में यह सेक्शन आपके लिए “High Scoring” साबित होगा।
तैयारी के दौरान आम गलतियाँ
IBPS PO General Awareness, खासकर Banking Awareness, एक स्कोरिंग सेक्शन है। लेकिन छात्र अक्सर कुछ ऐसी सामान्य गलतियाँ करते हैं जिनसे उनका रिज़ल्ट प्रभावित हो जाता है। इन गलतियों को समझकर उनसे बचना ही सबसे बड़ी स्ट्रेटेजी है।
(a) Static Banking को नज़रअंदाज़ करना
ज़्यादातर छात्र Current Affairs पर ही फोकस करते हैं और Static Banking Awareness को हल्के में ले लेते हैं।
हालाँकि परीक्षा में हर साल 4–5 प्रश्न बैंकों के मुख्यालय, टैगलाइन या RBI के प्रमुख जैसे Static टॉपिक्स से आते हैं।
इन्हें नज़रअंदाज़ करने का मतलब है फ्री मार्क्स गँवा देना।
(b) सिर्फ़ Current Affairs पढ़ना और रिवीजन न करना
कुछ छात्र हर दिन Current Affairs पढ़ते तो हैं, लेकिन उनका रिवीजन नहीं करते।
नतीजा यह होता है कि परीक्षा के समय तक आधी जानकारी भूल जाती है।
Current Affairs को मजबूत करने का असली तरीका है – Monthly Capsules + Weekly Revision।
(c) Mock Tests न देना
Mock Tests को टालना सबसे बड़ी गलती है।
- इससे आपको टाइम मैनेजमेंट की आदत नहीं बनती।
- अपनी कमजोरियों का पता नहीं चलता।
- और Real Exam का Pressure भी महसूस नहीं होता।
Mock Tests को हफ्ते में कम से कम 2 बार देना चाहिए।
(d) Notes न बनाना
पढ़ते समय Notes न बनाना एक और बड़ी गलती है।
बिना Notes के Last-Minute Revision करना लगभग असंभव हो जाता है।
छोटे-छोटे Notes, Flashcards और Charts बनाने से तैयारी 10 गुना आसान हो जाती है।
(e) Guess Work पर भरोसा करना
General Awareness में Negativity Marking भी होती है।
इसलिए बिना पढ़े सिर्फ़ अंदाज़ा लगाकर जवाब देना नुकसानदेह है।
बेहतर है कि जितना पढ़ा है उसी पर भरोसा करें और Accuracy बढ़ाएँ।
👉 निष्कर्ष: इन सामान्य गलतियों से बचकर कोई भी छात्र General Awareness सेक्शन को अपना सबसे मज़बूत हथियार बना सकता है।
याद रखिए – Static + Current का संतुलन, Regular Revision, Mock Tests और Notes ही सफलता की असली चाबी है।
Toppers की तैयारी से सीखें
IBPS PO जैसे कॉम्पिटिटिव एग्ज़ाम में लाखों छात्र बैठते हैं, लेकिन सफलता सिर्फ़ उन्हीं को मिलती है जो समझदारी से पढ़ाई करते हैं। टॉपर्स की तैयारी से हमें यह सीख मिलती है कि सही रणनीति और निरंतरता (Consistency) सफलता की असली कुंजी है। आइए जानते हैं टॉपर्स किन बातों पर सबसे ज़्यादा ध्यान देते हैं।
(a) Daily छोटे-छोटे Targets बनाना
टॉपर्स का मानना है कि बड़े गोल्स को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटकर पढ़ाई करनी चाहिए।
- जैसे – आज सिर्फ़ RBI की मौद्रिक नीतियों पर ध्यान देना।
- कल Digital Banking और UPI सिस्टम कवर करना।
- हफ्ते के अंत में पूरा Revision करना।
इस तरह छोटे-छोटे Target बनाने से पढ़ाई आसान हो जाती है और बोझ भी कम लगता है।
(b) Current Affairs को Banking Awareness से जोड़ना
टॉपर्स Current Affairs को सिर्फ़ अलग से नहीं पढ़ते, बल्कि उसे Banking Awareness से जोड़कर समझते हैं।
उदाहरण: अगर RBI ने Repo Rate बदला है, तो वे इसे देश की अर्थव्यवस्था और बैंकिंग सेक्टर पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ पढ़ते हैं।
इससे याददाश्त पक्की होती है और Exam में सवाल आने पर तुरंत उत्तर दिया जा सकता है।
(c) Revision को प्राथमिकता देना
Revision के बिना तैयारी अधूरी है।
टॉपर्स रोज़ाना थोड़े समय के लिए Revision करते हैं और वीकेंड पर पूरे हफ्ते का रिवीजन ज़रूर करते हैं।
उनके पास Short Notes और Flashcards होते हैं जिनसे वे Exam से पहले जल्दी से सब कुछ दोहरा लेते हैं।
(d) Concept Clarity को Rote Learning से ऊपर रखना
सिर्फ रटने से Banking Awareness लंबे समय तक याद नहीं रहती।
टॉपर्स हमेशा Concept समझने पर जोर देते हैं।
जैसे – Repo Rate सिर्फ़ याद करने की चीज़ नहीं है, बल्कि यह समझना ज़रूरी है कि इसे घटाने या बढ़ाने से अर्थव्यवस्था पर क्या असर होता है।
जब Concept क्लियर होता है, तो सवाल चाहे किसी भी रूप में आए, छात्र सही जवाब दे पाता है।
👉 निष्कर्ष: टॉपर्स की तैयारी हमें यही सिखाती है कि छोटे Targets, Concept Clarity, Regular Revision और Current Affairs का Linking सफलता का फॉर्मूला है।
अगर छात्र इन आदतों को अपनाएँ तो General Awareness और Banking Awareness उनके सबसे मज़बूत सेक्शन बन सकते हैं।
निष्कर्ष
IBPS PO परीक्षा में General Awareness सेक्शन को अक्सर हल्के में लिया जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि यही वह हिस्सा है जो कम मेहनत में सबसे ज़्यादा अंक दिला सकता है। इसमें Banking Awareness सबसे बड़ा योगदान देता है। अगर छात्र इसे सही रणनीति से तैयार करें, तो यह सेक्शन उनके चयन का निर्णायक साबित हो सकता है।
(a) Banking Awareness = High Scoring Section
Banking Awareness में ऐसे टॉपिक्स शामिल होते हैं जो हर बैंकिंग अधिकारी को पता होने चाहिए – जैसे RBI की नीतियाँ, बैंकिंग टर्म्स, डिजिटल पेमेंट सिस्टम और सरकारी योजनाएँ।
ये टॉपिक्स कठिन नहीं हैं, बस नियमित अभ्यास और अपडेट रहने की ज़रूरत है।
इसलिए इसे “High Scoring” सेक्शन कहा जाता है।
(b) सफलता का फॉर्मूला
Banking Awareness में अच्छा स्कोर करने के लिए ज़रूरी है –
- सही स्टडी मटेरियल (Books + Capsules)
- नियमित अख़बार और Current Affairs
- Online Quizzes और Mock Tests
- Revision और Notes Making
अगर छात्र इस फॉर्मूले पर टिके रहें तो आसानी से 30+ अंक सिर्फ़ इस सेक्शन से मिल सकते हैं।
(c) अंतिम संदेश छात्रों के लिए
याद रखिए, IBPS PO जैसी परीक्षा में हर एक अंक मायने रखता है।
General Awareness, खासकर Banking Awareness, वह सेक्शन है जो आपको Cutoff से ऊपर और Merit List के करीब ले जाता है।
इसलिए इसे हल्के में न लें। रोज़ाना 30–40 मिनट देकर Notes और Revision करें, और Mock Tests के जरिए खुद को परखते रहें।
👉 निष्कर्ष: सही सामग्री + निरंतर अभ्यास + Revision = Banking Awareness में सफलता
अगर छात्र इस सेक्शन को गंभीरता से लें, तो यह उनके पूरे एग्ज़ाम का “Game Changer” साबित हो सकता है।








